राजनेता नहीं, DU में प्रोफेसर बनना चाहते थे हिमाचल के पूर्व CM वीरभद्र सिंह
हिमाचल की राजनीति में वीरभद्र सिंह का नाम अग्रिम पंक्ति में लिया जाता है. सूबे सियासत की बात हो और वीरभद्र सिंह का नाम ना आए ऐसा संभव ही नहीं है. वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल के सीएम रहे हैं और अब भी 85 साल की उम्र में राजनीति में सक्रिय हैं.
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए हिमाचल में वह स्टार प्रचारक हैं. चारों लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान वीरभद्र सिंह ने एक बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि वह कभी भी राजनीति में नहीं आना चाहते थे. लेकिन कांग्रेस नेताओं के कहने पर वह राजनीति में आए.
बुधवार को शिमला के संजौली में एक जनसभा में वीरभद्र सिंह ने कहा कि उनका सपना था कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में प्रोफेसर बनें. लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राजनीति में आने को कहा और उनके कहने पर सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया. गौरतलब है कि वीरभद्र सिंह 25 साल की उम्र में सांसद बने थे. इसके अलावा, वीरभद्र सिंह ने कहा कि सूबे में हिमाचल का इतिहास नहीं लिखा गया है, इसका मुझे अफसोस है. प्रदेश का इतिहास लिखा जाना चाहिए था.