माला व पार्टी वाली टोपी पर भी होगी चुनाव आयोग की नजर

कहीं ऐसा न हो कि किसी समर्थक की खुशी का इजहार नेताजी को महंगा न पड़ जाये. यदि कोई नेताजी को माला पहनाता है और साथ चल रहे समर्थकों की टोपियां और गमछा, तो ये सभी चीजें चुनाव खर्च में शामिल होंगी. चुनाव प्रचार में उम्मीदवारों पर आयोग की नजर होगी. 
बाजार में सर्वेक्षण के आधार पर हर तरह के खर्च का हिसाब लगा लिया गया है. उपायुक्त द्वारा खर्च के लिए मानक तैयार करने की जिम्मेदारी विशेष टीम को दी गयी थी. टीम ने बाजार में जाकर चुनाव में प्रयोग होने वाली वस्तुओं, टैक्सी, माइक, लाउडस्पीकर व मेज-कुर्सियाें का किराया आदि का खर्च का खाका तैयार कर लिया गया था. चुनाव आयोगचाय-समोसे से लेकर कागज-कलम तक के खर्च का  हिसाब रखेगा. नामांकन के बाद से आयोग का मीटर चालू हो जायेगा. 

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