मंदिर में जनसभा करने पर सुनीता दुग्गल और कर्मचारियों को धमकी देने पर तंवर को जारी हुआ नोटिस

भाजपा और कांग्रेस के सिरसा लोकसभा से खड़े उम्मीदवारों को चुनाव आयोग का नोटिस जारी हुआ है। दोनों उम्मीदवारों को आचार सहिंता के उल्लंघन में नोटिस जारी किया गया है। भाजपा की उम्मीदवार सुनीता दुग्गल को मंदिर में जनसभा करने पर तो कांग्रेस के अशोक तंवर को सरकारी कर्मचारियों को सस्पेंड करने की धमकी देने पर नोटिस दिया गया है। दोनों से दो दिन के अंदर जवाब मांगा गया है। 
रतिया विधानसभा के सहायक रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि 10 मार्च 2019 से आदर्श आचार सहिंता लागू है। सुनीता दुग्गल ने बिना स्वीकृति प्राप्त किए 16 अप्रैल को गांव अलीका के दुर्गा मंदिर में जनसभा की। इस संबंध में उन्हें आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। उन्हें 2 दिन में जवाब देने के लिए कहा गया है।
सिरसा विधानसभा के सहायक रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि 10 मार्च से आदर्श आचार संहिता लागू है। इसके बावजूद कांग्रेस नेता अशोक तंवर ने फतेहाबाद में हल्का स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि वे जब भी फतेहाबाद में आते हैं, लाइट काट दी जाती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि जो एक्सईएन और एसडीओ हैं, उनका नाम लिख लीजिए, जैसे ही उनकी सरकार आएगी सबसे पहले इन्हें सस्पेंड किया जाएगा। चुनाव आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए नोटिस जारी किया और 2 दिन में जवाब मांगा है।

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