लोकसभा चुनाव: महागठबंधन में छोटे दलों ने बनाई बड़ी हैसियत, बेबस बने राजद-कांग्रेस
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा), हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और नवगठित विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) जैसे छोटे दलों ने महागठबंधन में बड़ी हैसियत बना ली है। इसका सबसे बड़ा कारण उन जातियों से नेतृत्व का उभरना है, जिनके बिना चुनाव में राजद और कांग्रेस की नैया पार लगनी मुश्किल है।
मुख्य रूप से ये तीनों छोटे दल कुशवाहा, अनुसूचित जाति और निषाद समुदायों का एक तरह से प्रतिनिधित्व करते हैं। देखा जाए तो प्रदेश में क्षेत्रीय दलों द्वारा पिछले तीन दशकों से की जा रही पहचान की राजनीति (आइडेंटिटी पालिटिक्स) की आंच घूम कर वापस लालू प्रसाद तक पहुंची है। इसी कारण सीट बंटवारे में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को छोटे दलों के समाने बैकफुट पर होना पड़ा है।