मनोहर पर्रिकर का निधन - Goa CM Manohar Parrikar ka 17 Mar ko nidhan - मुख्यमंत्री से रक्षामंत्री तक

मनोहर पर्रिकर का निधन - Goa CM Manohar Parrikar ka 17 Mar ko nidhan - मुख्यमंत्री से रक्षामंत्री तक | Goa CM मनोहर पर्रिकर का 64 वर्ष की आयु में हुआ निधन, काफी समय से थे बीमार | मनोहर पर्रिकर वर्तमान शोशेबाजी राजनीति में शादगी के मूर्ति के तौर पर याद किए जाएंगे. स्मृति ईरानी बताती हैं की मनोहर पर्रिकर अक्सर हाफ शर्ट और हवाई चप्पल में ही सदन आ जाया करते थे. हालाँकि माहवार पर्रिकर की मृत्यु १७ मार्च २०१९ को कैंसर के चलते हो गयी और जिस कैंसर से उनकी मृत्यु हुई उससे जुड़ा एक किस्सा याद आता है. मोहर पर्रिकर, गोवा मुख्यंत्री एक दिन दौर पर निकलते हैं सामने खड़ा लड़का गुटका चबा रहा होता है. उसको फ्रकार लगाते हैं और प्रदेश में गुटका बैन करने का आदेश देते हैं. हालाँकि मुख्यमंत्री साहब खुद गुटका खाते हैं लेकिन वे गुटका छोड़ प्रदेश की भलाई के लिए गुटका बैन कर देते हैं. कुछ ऐसे थे महाहर पर्रिकर साहब उसने जुडी एक दिलचस्प चीज याद आती है 2002 में पहला कार्यकाल मनोहर पर्रिकर 24 अक्टूबर 2000 को गोवा के मुख्यमंत्री बने, लेकिन उनका ये पहला कार्यकाल 27 फरवरी 2002 तक ही चला. उन्होंने 2002 में गोवा के तत्कालीन राज्यपाल मोहम्मद फजल से विधानसभा भंग करके राज्य में नए चुनाव करवाने की सिफारिश की है. इसके बाद राज्य में बीजेपी का शासन खत्म हो गया. 2002 में दूसरा कार्यकाल मनोहर पर्रिकर पांच जून, 2002 को दूसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री बने. इस बार भी वो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके. बीजेपी के चार विधायकों ने 29 जनवरी, 2005 इस्तीफा दे दिया. इसके बाद पर्रिकर सरकार अल्पमत में आ गई, जिसके चलते उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. कांग्रेस के प्रताप सिंह राणे, पर्रिकर की जगह गोवा के मुख्यमंत्री बने. 2012 में तीसरा कार्यकाल गोवा में 2007 में विधानसभा चुनाव हुए जिसमें दिगम्बर कामत के नेतृत्व वाली कांग्रेस के हाथों हार का सामना करना पड़ा. पांच साल तक वो विपक्ष के नेता रहे, लेकिन 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी 40 में से 21 सीटों के साथ सत्ता में वापसी की और सत्ता के सिंहासन पर मुख्यमंत्री के तौर पर मनोहर पर्रिकर की ताजपोशी हुई. लेकिन 2014 में जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी. मोदी सरकार के मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार किया गया तो मनोहर पर्रिकर ने गोवा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर रक्षा मंत्री बने. इस तरह पर्रिकर इस बार भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके. 2017 में चौथा कार्यकाल गोवा में 2017 में विधानसभा चुनाव हुए लेकिन बीजेपी को राज्य में बहुमत नहीं हासिल हो सका. इसके बाद उन्हें रक्षा मंत्री के पद को छोड़कर गोवा वापस जाना पड़ा. कांग्रेस 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन बीजेपी अपने 13 विधायकों और गोवा फॉरवर्ड पार्टी व एमजीपी जैसे दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने में सफल रही. इसके बाद मुख्यमंत्री के तौर पर मनोहर पर्रिकर की ताजपोशी की गई. पिछले साल उनकी तबीयत बिगड़ी और पता चला कि उन्हें कैंसर की बीमारी है. एक साल की लंबी बीमारी के बाद उनका रविवार को निधन हो गया. इस तरह से चौथी बार भी वो अपना मुख्यमंत्री का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके.

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