बसपा-जकांछ गठबंधन के रिश्तों में कड़वाहट के संकेत
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-भाजपा की आमने-सामने की लड़ाई के बीच खड़े बसपा-जकांछ गठबंधन के रिश्तों में भी सीटों के लेकर कड़वाहट आ सकती है। दोनों दलों का यह दावा जरूर है कि लोकसभा चुनाव में उनका गठबंधन जारी रहेगा पर दिक्कत यह है कि जकांछ व बसपा दोनों ही अधिकाधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाह रहे हैं। जकांछ जहां स्थानीय दल होने के कारण अधिक सीट चाह रहा है तो बसपा सुप्रीमो मायावती का निर्देश है कि उनकी पार्टी अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
विधानसभा चुनाव में जकांछ व बसपा का गठबंधन हुआ था। जकांछ राज्य की 90 सीटों पर जहां 55 सीटों पर चुनाव लड़ा था वहीं बसपा को 35 सीटें मिली थीं। बसपा ने सीपीआइ को दो सीट दे दिया था। वहीं जकांछ की दो उम्मीदवार ऋचा जोगी व गीतांजलि पटेल को बसपा ने अपना सिंबल दिया था।
उसी आधार पर यह माना जा रहा था कि जकांछ व बसपा लोकसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा करेंगे। पहले 50-50 का फार्मूला अपनाए जाने का संकेत नेताओं ने दिया था जिसमें जकांछ को छह व बसपा को पांच सीट मिलती दिख रही थी। मायावती के जन्मदिन पर जोगी कुनबा दिल्ली गया था और शुभकामना देने के बाद सीटों के बंटवारे को लेकर भी बात हुई।
बातचीत का नतीजा क्या रहा इसका खुलासा तो दोनों दलों ने नहीं किया पर अंदरखाने यह बात चलती रही कि सीटों का गणित अभी सुलझ नहीं पाया है। अब दोनों दलों के सूत्र इस बात का दावा कर रहे हैं कि गठबंधन तो रहेगा पर हमारे दल की हिस्सेदारी अधिक रहेगी।
दोनों के अपने-अपने दावे भी हैं। अगर सूत्रों की माने तो सीटों को लेकर गठबंधन में खटास भी आती दिख रही है। हालांकि अंतिम निर्णय क्या होगा यह मायावती व अजीत जोगी को ही तय करना है।