सदन से सभी 12 मंत्री अनुपस्थित, स्पीकर महंत ने कार्यवाही रोकी; विपक्ष ने कहा- हम बोलेंगे तो सुनेगा कौन
सरकार के पहले ही बजट सत्र के आठवें ही दिन मंत्रियों की अनुपस्थिति से नाराज स्पीकर डा. चरणदास महंत को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। इस पर विपक्ष ने भी सरकार के प्लोर मैनेजमेंट की विफलता को लेकर घेरा। मंगलवार को यह वाकया मंत्री टीएस सिंहदेव के विभागों के बजट चर्चा के दौरान हुआ।
चर्चा बिना भोजनावकाश के लगातार करने का फैसला हुआ था। दोपहर ,स्पीकर महंत सत्तापक्ष के विधायकों के नाम पुकार रहे थे और एक-एक कर सभी गैरहाजिर थे।
तभी भाजपा के अजय चंद्राकर ने स्पीकर से कहा कि चर्चा के लिए नाम देकर गैरहाजिर रहने वाले विधायकों को आसंदी से प्रताड़ित किया जाना चाहिए। यह कहते-कहते चंद्राकर की नजर ट्रेजरी बैंच (मंत्रियों की कुर्सियों) पर पड़ी। वहां 12 में से एक भी मंत्री मौजूद नहीं थे।
यह देख चंद्राकर ने कहा कि सदस्य बोलेंगे तो कौन सुनेगा और नोट करेगा। मंत्री भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का फ्लोर मेनेजमेंट विफल हो गया है। वैस इससे पहले स्पीकर महंत ने ट्रेजरी बैच को खाली देखते ही सदन की कार्रवाई 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद कार्यवाही शुरू होते सदन में चार मंत्री सिंहदेव, मो.अकबर, जयसिंह अग्रवाल और उमेश पटेल पहुंचे।