सीएम ने बोला हरीश रावत पर हमला, कहा-अपने गिरेबां में झांके

 मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को लेकर दिए गए धरने पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि हरीश रावत को इस मसले पर अपने गिरेबां में भी झांकना चाहिए और बताना चाहिए कि जब वह मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने गन्ना किसानों के लिए क्या किया। 
एक बयान जारी कर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि आज पूर्व मुख्यमंत्री निजी चीनी मिलों के प्रवक्ता बने हुए हैं। जब वे मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने इसकी कोई चिंता नहीं की। 
कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश की सहकारी व सरकारी चीनी मिलों द्वारा पेरे गए समस्त गन्ना मूल्य का भुगतान दस दिन के भीतर किया। यह एक रिकार्ड है। अभी कोई भी गन्ना मूल्य शेष नहीं है। सरकार ने वर्ष 2017-18 व 2018-19 में सरकारी व सार्वजनिक चीनी मिलों को 507.61 करोड़ रुपये की सहायता उपलब्ध कराई, जबकि कांग्रेस के कार्यकाल में वर्ष 2015-16 और 2016-17 में यह धनराशि 231.95 करोड़ थी। 
उन्होंने कहा कि राज्य की निजी क्षेत्र की चीनी मिलों के पेराई सत्र 2017-18 के अवशेष गन्ना मूल्य भुगतान दिए जाने के लिए राज्य सरकार सॉफ्ट लोन देने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निजी क्षेत्र की चीनी मिलों को 4.50 रुपये प्रति क्विंटल की दर से वित्तीय सहायता प्रदान करने से और सस्ते दर पर ऋण दिए जाने के निर्णय से राज्य के 72 हजार किसान इससे लाभान्वित होंगे। 

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